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 दूरियों की न परवाह किया कीजिऐ,

दिल जब भी पुकारे बुला लिया कीजिऐ,

हम दूर नहीं ज्यादा है आपसे ,

बस अपनी पलकों को मिला लिया कीजिऐ. . .

 हस्ती मिट जाती है आशियाँ बनाने मे,

बहुत मुस्किल होती है अपनो को समझाने मे,
एक पल मे किसी को भुला ना देना,
ज़िंदगी लग जाती है किसी को अपना बनाने मे…

 दिल जित ले वो नजर हम भी रखते है,

भीड़ में नजर आये वो असर हम भी रखते है,
यु तो वादा किया है किसीसे मुस्कुराने का वरना 
आँखों में समंदर हम भी रखते है|

 गुल को गुलाब बना देते,

गुलाब को कमल बना देते,
जानम तुम हम पर मरते नहीं,
वरना "शिवराजपुर" में भी ताजमहल बना देते!
जब जब में लेता हूँ साँस तू याद आती है,
मेरी हर एक साँस मे तेरी खुश्बू बस जाती है,
कैसे कहूँ तेरे बिना में ज़िंदा हूँ,

क्यूंकी हर साँस से पहले तेरी खुसबु आती है… 

Devloped By : Mayur Zapdiya Veer , Any Help So Send Email On Mayur_zapdiya@yahoo.in Or Zapdiyamayur@gmail.com

 

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